फैक्ट चेक: जानिए क्या है युवाओं को उद्यमिता हेतु ऋण, प्रशिक्षण और रोजगार देने का दावा करने वाली वेबसाइट का सच

  • सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय नाम से वायरल हो रही फर्जी वेबसाइट
  • ऋण, रोजगार और प्रशिक्षण के लिए करवाया जा रहा आवेदन
  • पीआईबी ने किया फैक्ट चेक

Anchal Shridhar
Update: 2023-11-10 12:05 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम या महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाएं लाती रहती है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर सरकारी नौकरी और केंद्र या राज्य सरकार के नाम पर फर्जी योजनाओं को भी प्रचारित-प्रसारित किया जाता है। इसके लिए वेबसाइट्स पर बकायदा एप्लीकेशन विंडो भी मौजूद रहता है जिसका उद्देश्य एप्लीकेशन शुल्क के जरिए पैसे ठगना होता है। एक बार फिर ऐसा ही एक मामला सामने आया है। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक योजना तेजी से सर्कुलेट हो रही है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि युवाओं को उद्यमिता के लिए ऋण, प्रशिक्षण और रोजगार देने के लिए भारत सरकार का सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय वेबसाइट पर पंजीकरण करवा रहा है।

पड़ताल

भारत सरकार की एजेंसी पीआबी ने इस वायरल योजना की फैक्ट चेक रिपोर्ट अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर शेयर की है। एजेंसी ने अपने ट्वीट में कहा, ' जो वेबसाइट युवाओं को उद्यमिता हेतु ऋण देने, प्रशिक्षण और रोजगार प्रदान करने के लिए पंजीकरण करवा रही है। वह पूरी तरह से फेक है। वेबसाइट सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय से संबंधित नहीं है।'

कुल मिलाकर ऐसी गलत वेबसाइट को वायरल करने के पीछे ऑनलाइन ठगों का मुख्य उद्देश्य आवेदन शुल्क जमा करा कर लोगों से पैसे ऐंठना रहता है। ऐसे में यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप ऐसी फर्जी वेबसाइट्स की प्रमाणिकता जाने बिना आवेदन न करें, नहीं तो आप बड़ी ठगी का शिकार हो सकते हैं।

ऐसे का करायें फैक्ट चेक

अगर आपके पास भी इस तरह के कोई मैसेज आते हैं तो आप उसकी सच्चाई जानने के लिए लिए फैक्ट चेक पीआईबी के माध्यम से करा सकते हैं। इसके लिए आपको पीआईबी के ऑफिशियल वेबसाइट https://factcheck.pib.gov.in/ पर विजिट करना होगा। इसके अलावा आप वाट्सएप नंबर +918799711259 या ईमेल आईडी pibfactcheck@gmail.com पर भी मैसेज या वीडियो भेज कर फैक्ट चेक करा सकते हैं।

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